भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड प्राथमिक परियोजनाओं पर तीन अलग—अलग राज्यों के तीन प्रखंडों में 58 ग्राम पंचायतों को कवर करने के लिए शुरू किया गया है। ये प्रखंड राजस्थान के अजमेर जिले में अरियन, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में प्रवदा और उत्तरी राज्य त्रिपुरा में त्रिपुरा जिले के पानीसगर हैं।
इस प्राथमिक परियोजना के संचालन के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:—
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तकनिकी विकल्प और नेटवर्क आर्किटेक्चर के बारे में सीखना।
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ग्रामीण क्षेत्र में जमीनी वास्तविकताओं से संबंधित अनुभव की प्राप्ति।
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एनओएफएन एनओसी (नेटवर्क ऑपरेशन सेंटर) से संबंधित मुद्दे को इसके एकीकरण और प्रायोगिक स्थानों पर परीक्षण के सिलसिले में सी-डॉट के द्वारा विकसित किया जा रहा है।
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भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड के द्वारा एनओएफएन के जरिये बांटने की प्रतिबद्धता योग्य बैंडविड्थ के उपयोग के संबंध में TSPs, ISPs, और आवेदन प्रदाताओं की भागीदारी से अनुभव की प्राप्ति।
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जी2सी सेवाओं के प्राथमिक परीक्षण के लिए डीआईटी/डॉट को एक साथ काम करने के प्राथमिकताओं और योजनाएं के नमूने के द्वारा सहक्रियाशील बनाना।
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एनओएफएन प्राथमिकताओं के एकीकरण के साथ ब्लाकों से मौजूदा नेटवर्क को बढ़ाना। इसके अलावा जीपीएस तक ऑपरेटरों की पहुंच के साथ एनओएफएन के परस्पर की सामना को संबोधित करना।
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प्राथमिकताओं और निष्पादन रणनीति के तहत 3—सीपएसयू में से आपसी सीख का संकलन करना।
पायलट परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 15 अक्टूबर, 2012 का लक्ष्य रखा गया था और उसी के साथ इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए ओएफसी पायलट ब्लाकों की सभी ग्राम पंचायतों में और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण(ओएलटी और ओएनटी) की बाहर रखी गई सेवाओं का परीक्षण किया जा चुका है।